[ad_1]

अंजू प्रजापति/रामपुरःअचार भारतीय व्यंजनों का मुख्य हिस्सा है और यह हर मौसम के हिसाब से बनाया व खाया जा सकता है. जाड़े का मौसम आते ही हम तरह-तरह स्वादिष्ट भोजन का सेवन करते हैं. लेकिन अचार के बिना भारतीय भोजन की थाली अधूरी सी लगती है. अचार आपके भोजन के स्वाद को दोगुना और बढ़ा देता है. यही कारण है कि रामपुर में  मसालों से तैयार चटपटा अचार देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक बेहद प्रसिद्ध है.

रामपुर थाना सिविल लाइंस पर आदर्श कॉलोनी में करीबन 50 सालों से चावला अचार मसाले अपने स्वाद की महक बिखेर रहे हैं. जब अचार बनाने के लिए घर से तैयार हुए देशी मसाले और शुद्ध सरसों का तेल अचार में मिक्स किया जाता है, तो उसकी सुगंध दूर दूर तक फैल जाती है. यहां का शुद्ध अचार शहर की हर रसोइयों में उपलब्ध होता है. आखिर 50 सालों से वही स्वाद जो कायम है.

ऑर्गेनिक तरीके से बनाया जाता है अचार
मोहिनी चावला के मुताबिक उनके होम मेड अचार की खासियत है. इसमें कोई भी एसिड नहीं होता है और ऑर्गेनिक तरीके से बनाया जाता है और बिना किसी कलर मिलावट के आचार तैयार किया है. इसलिए हमारा आचार स्वाद से भरपूर होता है. 50 साल से अचार बनाने का काम कर रही है. ककरौंदा, गोभी, बींस, हरी मिर्च, आम, अदरक, लहसुन, आंवला, शलजम, बांस, मूली, प्याज, कटहल, मिक्स अचार, नींबू, जामुन, मटर, करैला, लाल मिर्च, गाजर इत्यादि वैरायटी के अचार बनाये जाते हैं.

इस आचार की डिमांड विदेशों तक है
यहां का अचार इतना फेमस है कि यूरोप, नेपाल, स्वीट्जरलैंड, बैंगलोर, केरल, कतर तक इस आचार की डिमांड है. दुकानदार ने बताया कि उनके यहां का अचार मार्केट से भी कम दामों में सेल किया जाता है. लहसुन का अचार 500 रुपये किलो,अदरक का अचार 300 रुपये किलो, नींबू,आम, मिर्ची का अचार 260 रुपये किलो और ज्यादातर सब्जियों का अचार 200 रुपए  किलो से शुरू है.

पर्याप्त मात्रा में तेल डालना चाहिए
अचार बनाने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी पड़ती है. इसलिए हमें अचार को खराब होने से बचाना चाहिए. अचार में पर्याप्त मात्रा में तेल डालना चाहिए. अचार तैयार होने के बाद उसे हमेशा किसी स्वच्छ मिट्टी या कांच के कंटेनर में स्टोर करके रखना चाहिए. ऐसा करने से आपका अचार बिना खराब हुए लम्बे समय तक चलता रहेगा. विशेष रूप से अचार को पानी से दूर रखना चाहिए. पानी की एक बूंद भी अचार को खराब कर सकती है. इसके अलावा अचार में इस्तेमाल होने वाले मसालों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.

Tags: Food, Food 18, Hindi news, Local18

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *